कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए स्मार्ट सिटी में बनाए गए कंट्रोल रूम में ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले 3 उप पुलिस अधीक्षकों को पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने निलंबित कर दिया है। इस संबंध में डीजीपी जौहरी ने आदेश जारी कर दिया है। इसके अनुसार, डीएसपी पंकज दीक्षित, पीएचक्यू (चयन), शालिगराम पाटीदार, पीएचक्यू (शिकायत) और प्रदीप विश्वकर्मा, पीएचक्यू (महिला अपराध प्रकोष्ठ) की ड्यूटी कोविड 19 को लेकर स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में लगाई थी और फोन पर इन्हें सूचित कर दिया गया था। इसके बाद तीनों डीएसपी को फोन पर बार कहने के बाद भी वह स्मार्ट सिटी में ड्यूटी पर नहीं पहुंचे।
डीजीपी जौहरी ने कहा कि ऐसी विषम परिस्थितियों में भी तीनों अधिकारियों ड्यूटी से अनुपस्थित रहना गैरजिम्मेदाराना आचरण, घोर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है और पीएचक्यू से अटैच किया जाता है। डीजीपी जौहरी ने दो दिन पहले मध्य प्रदेश पुलिस की सराहना की थी और कहा था कि पुलिस अपने कर्तव्य की गौरवशाली परंपरा को कायम रखेगी।
9 लाख कार्यकर्ता 45 लाख अभावग्रस्त परिवारों तक पहुंचेंगे: सहस्त्रबुद्धे
भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ ऑडियो कांफ्रेंसिंग की। सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि हमें मध्य प्रदेश के 45 लाख अभावग्रस्त लोगों तक पहुंचने के लिए 9 लाख कार्यकर्ताओं की सूची बनाने के लिए कहा गया है। ताकि ये कार्यकर्ता कोरोना से लड़ाई में अभावग्रस्त परिवारों तक भोजन एवं अन्य सहायता पहुंचा सकें। सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि हमें ऐसे 9 लाख कार्यकर्ताओं की सूची तैयार करना है, जो 5-5 जरूरतमंद लोगों तक भोजन पहुंचा सकें। इस तरीके से हम 45 लाख लोगों तक पहुंचकर उन्हें भोजन और सहायता उपलब्ध करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह काम हमें बिना भीड़ इकट्ठा किये करना है और इसके दौरान सोशल डिस्टेंसिंग तथा कोविड-19 से मुकाबले के लिये तय किए गए सतर्कता के मापदंडों के अनुसार करना है।
सिंधिया ने मुख्यमंत्री राहतकोष में 30 लाख रुपए दिए
भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 30 रुपए जमा कराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर कहा- वैश्विक महामारी कोरोना से हमारा देश और प्रदेश भी जूझ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जनता कर्फ्यू और सम्पूर्ण लॉक डाउन जैसे अभूतपूर्व फैसले भी इसी दिशा में उठाए गए सार्थक कदम है। इस गंभीर समय में आमजन के स्वास्थ्य और अन्य जरूरतों के लिए संसाधनों की आपूर्ति करना भी आवश्यक है। इस आपदा की घड़ी में मैं 30 लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने के लिए तत्पर और वचनबद्ध हूं।